मैंने अपना बैग एयरपोर्ट पर छोड़ दिया

हमलोग जब बैंकॉक एयरपोर्ट पर उतरे तो हमारे पास वीसा नहीं था. तो हम लोग उस तरफ़ बढ़े जहां VISA ON ARRIVAL (VOA) का काउंटर दिख रहा था. 

जब हमलोग वहाँ पहुँचे तो पता चला ये VOA का काउंटर नहीं है बल्कि वहाँ पर पेपर चेक होते हैं की आप VOA के लिए अप्लाई कर सकते हैं या नहीं. वहाँ से OK होने के बाद ही आप आगे VOA के काउंटर पर जा सकते हैं. हमने वहाँ अपने पेपरों की जाँच करवाई तो उन्होंने हमें सलाह दी की आप एक्सप्रेस वीसा लें. ये जल्दी भी हो जाएगा और पेपर के चेकिंग की इतनी ज़रूरत भी नहीं होगी. असल में हमारे पेपर्स में कुछ छोटी सी समस्या थी जिस वजह से हमें सामान्य वीसा में कुछ परेशानियों का सामना करना पड़ सकता था.  

वैसे हमें ये पहले से पता था की ये लोग हमें एक्सप्रेस वीसा के लिए कहेंगे ही, भले ही हमारे पेपर पूरे ठीक भी होते. मैं पक्के तौर पर तो नहीं कह सकता लेकिन ये सब शायद ज़्यादा रेवेन्यू प्राप्त करने के लिए है या कुछ ना कुछ झोल है. क्योंकि जब कोई एक्सप्रेस वीसा लेता है तो भी उसे जब रसीद मिलती है तो उसपर भी साधारण वीसा की फ़ीस का ही ज़िक्र होता है, ना की एक्सप्रेस वीसा फ़ीस का.

असल में साधारण वीसा की फ़ीस 2000  THB प्रति व्यक्ति है और एक्सप्रेस वीसा की फ़ीस 2200 THB प्रति व्यक्ति है लेकिन जब आप एक्सप्रेस वीसा लेते हैं तब भी आपके रसीद पर 2000 THB ही छपा  होता है बाक़ी के 200 THB का कोई अता पता नहीं होता. 

अब ये 200 THB एयरपोर्ट के स्टाफ लोग आपस में मिलकर खा जाते हैं या ये पैसा सरकार के पास जाता है मुझे नहीं पता. जो दिख रहा है उसके हिसाब से तो मुझे सब झोल नज़र आता है लेकिन वहाँ एक्सप्रेस वीसा का एक प्रॉपर काउंटर है. जो साधारण वीसा काउंटर से बिलकुल अलग से बना हुआ है. इसलिए लगता है की सरकार ने ही इसे बनवाया है. नहीं तो स्टाफ की जो हरकतें थीं वो देख कर तो लगता था जैसे उनको साधारण वीसा देना बिलकुल पसंद ही नहीं है. 

ख़ैर ये मैं अलग ट्रैक पर चला गया. तो आते हैं उधर जिस बारे में मैं बता रहा था. हम लोगों ने एक्सप्रेस वीसा लेने का तय किया और हम लोग उस तरफ़ चले गये. थोड़ी ही देर में हमें वीसा मिल भी गया और हम लोग आगे चल दिये इमिग्रेशन क्लियर कराने. 

इमीग्रेशन वाली लाइन बहुत लंबी थी और क़रीब क़रीब एक घंटे से ज़्यादा समय हमें इमिग्रेशन क्लियर करने में लग गया . इसके बाद हमलोग अपना लगेज लेने आगे बढ़ गये. समान हमें आसानी से मिल गया और तब हम अपने सामान की गिनती करने लगे की कुछ छूट तो नहीं गया, और तब हमें पता चला की हमारा एक बैग नहीं मिल रहा. ये हमारा केबिन लगेज का बैग था जो हमलोग अपने साथ लेकर लाए थे.  

हमें समझ नहीं आया की बैग गया कहाँ, हमने इमिग्रेशन काउंटर से लेकर जहां हमने लगेज प्राप्त किया था वहाँ तक कई बार खोज लिया लेकिन कुछ नहीं मिला. तब मेरे को लगा की कहीं इमिग्रेशन से पहले तो नहीं छूट गया. 

अब समस्या ये थी की हमलोग इमिग्रेशन क्लियर कर के आगे आ चुके थे और अब पीछे जहां VOA मिला था वहाँ नहीं जा सकते थे. बहुत टेन्शन हो गई की क्या करें क्या ना करें क्योंकि टाइम भी हमारे पास बहुत कम था. क्योंकि हमारे लिए एक वैन एयरपोर्ट के बाहर इंतज़ार कर रही थी. जिसके पास हमें जल्दी पहुँचना था. इस वैन की बुकिंग हमने कैसे की इस बारे में बाद में.

जब कुछ नहीं मिला हमें इमिग्रेशन काउंटर तक, तो हमने तय किया की किसी तरह VOA काउंटर तक जा कर चेक करना ही होगा. तो हमने जिस इमिग्रेशन काउंटर से इमिग्रेशन क्लियर किया था उससे अनुरोध किया की हमें उस तरफ़ जाने दे क्योंकि हमारा समान खो गया था, पहले तो उसने मना कर दिया लेकिन बहुत बोलने पर उसने मेरा पासपोर्ट उसके पास जमा करने को कहा, तभी वो हमें उस पार जाने देता. 

अब मैं चक्कर में पड़ गया, क्या पासपोर्ट उसे देना ठीक होगा? कहीं कोई नया लफड़ा ना हो जाये, लेकिन फिर भी मैंने रिस्क लिया और उसे अपना पासपोर्ट दे दिया और उसने मुझे इमिग्रेशन काउंटर के पीछे जाने दिया. मैं सबसे पहले एक्सप्रेस वीसा काउंटर पर गया लेकिन वहाँ मुझे कुछ नहीं मिला. अब मुझे लगने लगा था की शायद मेरा बैग अब फाइनली खो गया और अब वो मुझे वापस नहीं मिलने वाला. तभी मेरे दिमाग़ में एक बात आई और मैं भाग कर उस जगह गया जहां सबसे पहले हमारे पेपर चेक हुए थे. 

वहाँ अभी भी बहुत भीड़ थी और मेरा बैग वहीं काउंटर के ठीक नीचे जहां मैं गलती से उसे छोड़ आया था, वैसे का वैसा ही रखा हुआ था. ये देखकर मेरे जान में जान आई और मैंने अपना बैग वहाँ से उठा लिया. 

हालाँकि मैंने वहाँ किसी को thanks नहीं बोला क्योंकि किसी ने मेरे बैग को उठा कर कहीं रखा नहीं था लेकिन मैंने दिल से सारे स्टाफ और दूसरे यात्रियों को जो की VOA के लिए वहाँ खड़े थे को थैंक्स कहा और वापस आ गया. 

जब मैं इमिग्रेशन काउंटर पर पहुँचा तो उस आदमी ने मेरे को मेरा पासपोर्ट वापस कर दिया और मैं अपने परिवार के पास आ गया.

हालाँकि इस सब में हमारा बहुत टाइम बर्बाद हो गया था और वैन वाला बार बार मुझे मैसेज कर रहा था की ज़्यादा लेट होगा तो वो एक्स्ट्रा चार्ज कर लेगा. लेकिन सौभाग्य से हमलोग ठीक टाइम पर उसके पास पहुँच गये. और वहाँ से निकल गये.

आगे क्या हुआ ये कभी और. 

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